tag:blogger.com,1999:blog-2952074158959481463.post3620512134016322166..comments2023-09-24T04:59:05.654-07:00Comments on तिरे वादे पे जिए..............: सच का सामना या दर्शकों को टोपी??????????निशाचरhttp://www.blogger.com/profile/17104308070205816400noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-2952074158959481463.post-5446141378117336712009-09-30T06:23:43.868-07:002009-09-30T06:23:43.868-07:00समाज को इसे प्रोग्राम का विरोध जाताना चाहिए.समाज को इसे प्रोग्राम का विरोध जाताना चाहिए.Naveen Tyagihttps://www.blogger.com/profile/01394196176816740876noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2952074158959481463.post-18532820698197164342009-09-25T11:38:08.465-07:002009-09-25T11:38:08.465-07:00आपकी चिंता एकदम सही है. बाज़ार और ग्लैमर जो कराए क...आपकी चिंता एकदम सही है. बाज़ार और ग्लैमर जो कराए कम ही है!ऋषभ उवाचhttp://rishabhuvach.blogspot.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2952074158959481463.post-52240430090682230582009-09-16T08:40:03.596-07:002009-09-16T08:40:03.596-07:00बन्धु, आप के लेखन में तो काफी दम है. फिर आपकी इतनी...बन्धु, आप के लेखन में तो काफी दम है. फिर आपकी इतनी लम्बी खामोशी क्यों है? इस दुनिया में बहुत कुछ है, हम आप के विचारों की प्रतीक्षा में हैं.सर्वत एम०https://www.blogger.com/profile/15168187397740783566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2952074158959481463.post-33299402391642297042009-09-05T10:11:20.530-07:002009-09-05T10:11:20.530-07:00kuch naya post kariye.........kuch naya post kariye.........सुशीला पुरीhttps://www.blogger.com/profile/18122925656609079793noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2952074158959481463.post-64358548194692544232009-09-03T20:11:20.911-07:002009-09-03T20:11:20.911-07:00उदय प्रकाश जी के ब्लाग पर आपकी टिप्पणी पढी. आपने ब...उदय प्रकाश जी के ब्लाग पर आपकी टिप्पणी पढी. आपने बिल्कुल सही जवाब दिया. मैं उन्हें काफी समय से पढ रहा हूं उन्हें पसन्द भी करता हूं लेकिन अपने को महान मानने की बीमारी उनमें भी है. खैर आपसे मिलकर बहुत अच्छा लगा. मेरा प्रणाम स्वीकारेंसंजीव गौतमhttps://www.blogger.com/profile/04495238607820943010noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2952074158959481463.post-84566314014293686842009-09-02T01:56:11.498-07:002009-09-02T01:56:11.498-07:00काहे का सच का सामना?
क्या संसार में बेहूदा बातों ...काहे का सच का सामना?<br /><br />क्या संसार में बेहूदा बातों को छोड़ कर और कोई सच नहीं है?<br /><br /><b>ये सच का सामना नहीं, आबरू बेचना है। आज लोगों की निगाहों में पैसे का इतना महत्व हो गया है कि लोग पैसे के लिए अपनी इज्जत तक बेचने के लिए दौड़े चले आ रहे हैं।</b>Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2952074158959481463.post-29992812161299998522009-07-24T03:03:01.180-07:002009-07-24T03:03:01.180-07:00मैं सौ फीसद सहमत हूं आपसे। भारतीय जनमानस को निकृष्...मैं सौ फीसद सहमत हूं आपसे। भारतीय जनमानस को निकृष्टता परोसी जा रही है और बाजार की मांग के आधार पर कार्यक्रमों का निर्धारण हो रहा है।नदीम अख़्तरhttps://www.blogger.com/profile/17057642640754937106noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2952074158959481463.post-47743758158949388282009-07-23T10:48:50.396-07:002009-07-23T10:48:50.396-07:00बहुत बुरी स्थिति है !!बहुत बुरी स्थिति है !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2952074158959481463.post-38507616514322899152009-07-23T07:06:15.907-07:002009-07-23T07:06:15.907-07:00अब बाजारवाद हमारी निजी जिन्दगी तक में दखल देने लगा...अब बाजारवाद हमारी निजी जिन्दगी तक में दखल देने लगा है, उसका उदाहरण है - सच का सामना।<br /><br />सादर <br />श्यामल सुमन <br />09955373288 <br />www.manoramsuman.blogspot.com<br />shyamalsuman@gmail.comश्यामल सुमनhttps://www.blogger.com/profile/15174931983584019082noreply@blogger.com